आज के इस पोस्ट मे छत्रपति शिवाजी की जीवन परिचय इतिहास History of Chhatrapati Shivaji in Hindi के बारे मे जानेगे। इतिहास में कुछ लोग हमेशा याद किए जाते हैं 

जब भी बात भारतीय इतिहास में वीर योद्धाओ और शासको का नाम आता है, उनमे  छत्रपति शिवाजी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है, जिन्होनें अपनी मातृभूमि  के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा दी। लेकिन कभी दुश्मनों के आगे घुटने नहीं  टेके। 

जब भी बात भारतीय इतिहास में वीर योद्धाओ और शासको का नाम आता है, उनमे  छत्रपति शिवाजी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है, जिन्होनें अपनी मातृभूमि  के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा दी। लेकिन कभी दुश्मनों के आगे घुटने नहीं  टेके। 

जिन्होनें मुगलों के आने के बाद देश में ढलती हिंदु और मराठा संस्कृति को नई जीवनी दी। तो चलिये यहा छत्रपति  शिवाजी का इतिहास जीवन परिचय युद्ध और मृत्यु History of Prithviraj  Chauhan in Hindi Biography Jeevan Parichay Date Of Birth, Birth Place,  Father, Mother, Wife Children, Fight, Death जानेगे. 

छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम सुनते ही आज भी सभी हिंदुस्तानियों का सीना  गर्व से चौड़ा हो जाता है। शिवाजी महाराज की माता जीजाबाई ने हिंदू  साम्राज्य की स्थापना करने का सपना देखा था, जिसे उनके पुत्र छत्रपति  शिवाजी महाराज ने साकार कर दिखाया। 

छत्रपति शिवाजी महाराज भारत के महान योद्धा व रणनीतिकार थे जिन्होंने मराठा  साम्राज्य की नींव रखी. उन्होंने कई वर्ष औरंगजेब के मुगल सामाज्य से  संघर्ष किया. सन् 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और छत्रपति बने.   

जीजाबाई ने अपनी ही देखरेख में छत्रपति शिवाजी की शिक्षा दीक्षा पूरी की और  उन्हें इस काबिल बनाया की संपूर्ण भारतवर्ष में हिंदू साम्राज्य की  स्थापना की जा सके। छत्रपति शिवाजी महाराज की खासियत यह थी कि यह सभी  धर्मों का आदर करते थे, साथ ही महिलाओं का सम्मान की विशेष ध्यान रखते थे। 

इन्हें मराठा साम्राज्य का संस्थापक माना जाता है. भारत के इतिहास में  छत्रपति शिवाजी का इतिहास बड़े ही सुन-हरे पन्नों में लिखा गया है. इन्हें  भारत में ‘मराठा गौरव’ के नाम से भी जाना जाता है. 

छत्रपति शिवाजी महाराज केवल मराठा जाति के ही निर्माणकर्ता नहीं थे, अपितु  वह मध्यकालीन भारतवर्ष के भी निर्माण करता है, सभी जानते हैं मराठी औरंगजेब  के सबसे भयंकर शत्रु थे, मराठी औरंगजेब के विरुद्ध लगभग 25 वर्ष तक लड़ते,   

छत्रपति शिवाजी का जीवन परिचय पूरा नाम (Name) :- शिवाजी राजे भोंसले (छत्रपति शिवाजी महाराज) जन्म (Birthday) :- 19 फ़रवरी 1630 (Shiv Jayanti) जन्म स्थान :-  शिवनेरी दुर्ग, महाराष्ट्र

मृत्यु (Death) :- 3 अप्रैल 1680, महाराष्ट्र पिता का नाम (Father Name) :- शाहजी राजे भोंसले माता का नाम (Mother Name) :- जीजाबाई भाई (बड़ा) :- संभाजी भोंसले बहिन  :-नहीं

पत्नी (Wife Name) :- सईबाई, सोयराबाई, पुतलाबाई, सक्वरबाई, काशीबाई जाधव, सगुणाबाई, लक्ष्मीबाई, तथा गुणवतीबाई. पुत्र :- संभाजी, राजाराम पुत्री :- सखुबाई, रानूबाई, अम्बिकाबाई, दीपाबाई, कमलाबाई, तथा राजकुंवरी बाई.

– पौत्र :- शाहू महाराज, शिवाजी द्वितीय – छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक :- 6 जून, साल 1674 को रायगढ़ किले पर – उपाधि :- छत्रपति, हिंदू धर्म सुधारक, गो ब्राह्मण प्रतिपालक, राजा – उत्तराधिकारी राजा :- संभाजी महाराज (पुत्र) – धर्म :- हिंदू – साम्राज्य :- मराठा – मृत्यु :-  3 अप्रैल 1680, रायगढ का किला, महाराष्ट्र

छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म एवं प्रारंभिक जीवन शिवाजी महाराज का जन्म 19 फ़रवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। इनके  पिता का नाम शाहजी भोसलें और माता का नाम जीजाबाई था। शिवनेरी दुर्ग पुणे  के पास है।  

उनकी माता ने उनका नाम भगवान शिवाय के नाम पर शिवाजी रखा। उनकी माता भगवान शिवाय से स्वस्थ सन्तान के लिए प्रार्थना किया करती थी। 

उनके पिता का नाम उनके पिता शाहजी भोंसले, आदिल शाह के दरबार में काम करते थे तथा उनकी माता जीजाबाई पुणे में रहती थी।  

जिसकी वजह से शिवाजी अपने पिता से अलग तथा अपनी माता जीजाबाई के पास ही रहे। उनका बाल्यकाल दादा कोंडदेव की देखरेख में हुआ।