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सोडियम और सोडियम के यौगिक | Sodium and Sodium Compounds In Hindi

आज के इस पोस्ट मे सोडियम और सोडियम के यौगिक Sodium And Sodium Compounds In Hindi के बारे मे जानेगे।

सोडियम और सोडियम के यौगिक

Sodium and Sodium Compounds in Hindi

Sodium And Sodium Compounds In Hindiसोडियम चाँदी के समान सफेद और मुलायम धातु होती है। इसे चाकू से भी आसानी से काटा जा सकता है। इसका आपेक्षिक घनत्व 0.97 होता है। पानी से हल्का होने के कारण यह पानी पर तैर सकता है। यह विद्युत का सुचालक है और बेंजीन तथा ईथर में विलेय है। सोडियम बहुत ही अभिक्रियाशील धातु है। यह मुक्त अवस्था मे नही पाया जाता। परंतु संयुक्त अवस्था मे पर्याप्त मात्रा में क्लोराइड, नाइट्रेट, कार्बोनेट, बोरेट और सल्फेट के रूप में पाया जाता है। इसका निष्कर्षण कास्टनर विधि द्वारा द्रवित सोडियम हाइड्रोक्साइड के वैद्युत अपघटन से होता है। इसके अतिरिक्त डाउन विधि द्वारा भी इसका निष्कर्षण होता है।

इसे इस प्रकार से भी समझ सकते है –

  • सोडियम अत्यंत क्रियाशील होने के कारण प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाई जाती है संयुक्त अवस्था में यह क्लोराइड, नाइट्रेट, कार्बोनेट, बोरेट तथा सल्फेट के रुप में पाई जाती है
  • सोडियम धातु का निष्कर्षण कस्टनर विधि या डाउन विधि द्वारा किया जाता है
  • यह चांदी के समान सफेद धातु है यह मुलायम होती है एवं चाकू से आसानी से काटी जा सकती है पानी से हल्की होने के कारण है यह पानी पर तैरने लगती है
  • अधिक क्रियाशील होने के कारण यह जल और वायु से आसानी से क्रिया कर लेती है अतः इसे केरोसिन तेल में डुबोकर रखते हैं
  • सोडियम का प्रयोग शीतलको, नाभिकीय रिएक्टरों में कृत्रिम रबड़ के बहुलीकरण में उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है सोडियम लैंप का निर्माण में भी सोडियम का उपयोग किया जाता है सोडियम लेड मिश्र धातु का उपयोग टेट्राएथिल लेड नामक अपस्फोटनरोधी यौगिक बनाने में होता है

सोडियम के यौगिक

Compounds of sodium in Hindi

सोडियम क्लोराइड (Sodium chloride)

  • इसका रासायनिक सूत्र NaCl होता है इसको साधारण नमक या रॉक लवण के नाम से भी जाना जाता है यह सामान्यतया समुद्री जल के वाष्पीकरण से प्राप्त किया जाता है |
  • स्वयं आद्रताग्राही नहीं होता है बल्कि इसमें मिले हुए मैग्नीशियम क्लोराइड के कारण यह इस तरह की प्रकृति दर्शाता है.
  • सोडियम क्लोराइड मानव के भोजन का आवश्यक अंग है डिहाइड्रेशन के समय शरीर में सोडियम क्लोराइड कम हो जाता है इसे बर्फ के साथ मिलाकर हिम-मिश्रण बनाया जाता है इसका उपयोग अचार के परिरक्षण तथा मांस एवं मछली के संरक्षण में किया जाता है |

सोडियम कार्बोनेट (Sodium carbonate)

इसका रासायनिक सूत्र Na2CO3 ⋅10H2O होता है यह धोने वाला सोडा या वाशिंग सोडा के नाम से भी जाना जाता है व्यापारिक तौर पर इसका निर्माण अमोनिया सोडा विधि (साल्वे विधि) द्वारा किया जाता है |

इसमें अपमार्जक गुण पाए जाते हैं इसका उपयोग कपड़े धोने, घरेलू कार्य में सफाई, अपमार्जक के निर्माण तथा कठोर जल के शुद्धीकरण में किया जाता है इसका उपयोग बोरेक्स, साबुन, कांच कॉस्टिक सोडा आदि के उत्पादन में किया जाता है |

सोडियम बाइकार्बोनेट (Sodium bicarbonate)

  • रसायनिक सूत्र NaHCO3 होता है यह खाने का सोडा या बेकिंग सोडा के नाम से भी जाना जाता है
  • सोडियम बाइकार्बोनेट का प्रयोग बेकिंग पाउडर के निर्माण में होता है सोडियम बाईकार्बोनेट के अतिरिक्त बेकिंग पाउडर में टार्टरिक अम्ल भी उपस्थित होता है |
  • गर्म करने पर सोडियम बाइकार्बोनेट अम्ल के साथ अभिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न करता है जिसके कारण केक फूल जाता है और हल्का हो जाता है
  • इसका उपयोग रसोईघरों में पेट की अम्लीयता को कम करने की औषधि के रूप में, बेकिंग पाउडर के रूप में अग्निशामक यंत्रों में किया जाता है |

सोडियम हाइड्रॉक्साइड (Sodium Hydroxide)

  • इसका रासायनिक सूत्र NaOH है यह कास्टिक सोडा दाहक सोडा के नाम से भी जाना जाता है |
  • इसका उपयोग कागज, रंग, कृत्रिम रेशम, साबुन आदि के निर्माण में होता है पेट्रोलियम पदार्थ के शुद्धिकरण में भी इसका प्रयोग किया जाता है |
  • सोडियम सल्फेट (Na2SO4 ⋅10H2O) को ग्लोबर लवण कहा जाता है |
  • सोडियम नाइट्रेट (NaNO3) चिली साल्टपीटर कहा जाता है |
  • सोडियम थायोसल्फेट (Na2S2O3⋅  5H2O) का उपयोग फोटोग्राफी में नेगेटिव और पॉजिटिव का स्थायीकरण करने में होता है या हाइपो के नाम से भी जाना जाता है |
  • बोरेक्स या सुहागा का रासायनिक सूत्र Na2B4O7 ⋅ 10H2O है |

सोडियम पराक्साइड (Sodium Peroxide)

यह हल्के पीले रंग का चूर्ण होता है। खुली हवा में छोड़ देने से यह जम जाने के कारण सफ़ेद हो जाता है। इसका उपयोग हाइड्रोजन पराक्साइड के निर्माण में, रंगाई में, प्रयोगशाला में ऑक्सीकारक के रूप में, रेशम के विरंजन के रूप में होता है, इसका उपयोग जहाजों, पनडुब्बियों और अस्पतालों की बंद हवा को शुद्ध करने में किया जाता है।

ग्लोबर साल्ट (Glober salt in Hindi)

सोडियम सल्फेट को ही ग्लोबर साल्ट के नाम से जाना जाता है। यह रंगहीन व रवेदार ठोस पदार्थ होता है। इसे सोडियम हाइड्राक्साइड या सोडियम कार्बोनेट पर सल्फ्यूरिक अम्ल की क्रिया द्वारा निर्मित किया जाता है। इसके एक अणु में जल के 10 अणु अवस्थित होते हैं। इसका उपयोग शीशा, कागज, दवा, और सोडियम सल्फाइड के निर्माण में किया जाता है।

सोडियम नाइट्रेट (Sodium Nitrate)

सोडियम नाइट्रेट चिली व पेरु में काफी मात्रा में पाया जाता है। इसे चिली साल्टपीटर के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग खाद बनाने में और नाइट्रिक अम्ल के निर्माण में किया जाता है।

सोडियम थायोसल्फेट (Sodium Thiosulphate)

सोडियम थायोसल्फेट को हाइपो के नाम से भी जाना जाता है। इसका प्रयोग फोटोग्राफी में नेगेटिव और पॉजिटिव के स्थायीकरण में किया जाता है। यह अनपघटित सिल्वर ब्रोमाइट को दूर कर देता है। इसका उपयोग सिल्वर और गोल्ड के निष्कर्षण में भी किया जाता है।

बोरेक्स या सुहागा (Borex)

सोडियम टेट्राबोरेट देका हाइड्रेट को बोरेक्स या सुहागा के नाम से जाना जाता है। यह सफेद क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है। यह जल में विलेय होता है। इसका उपयोग काँच, साबुन व मोमबत्ती उद्योग में, जल को मृदु करने में और चमड़ा उद्योग में किया जाता है।

माइक्रोकॉस्मिक लवण (Microcosmic salts in Hindi)

सोडियम अमोनियम हाइड्रोजन फॉस्फेट को ही माइक्रोकॉस्मिक लवण के नाम से जाना जाता है।

केल्गन (Calgen)

सोडियम हेक्सा मेटाफ़ॉस्फ़ेट को ही केल्गन के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग जल की कठोरता दूर करने के लिए किया जाता है।

सोडियम के रासायनिक गुण

Chemical properties of sodium in Hindi

साधारण ताप पर शुष्क हवा और ऑक्सीजन का इस पर कोई असर नही पड़ता। परन्तु आर्द्र हवा में इस पर सोडियम ऑक्साइड की परत जम जाती है जो जल वाष्प के साथ मिलकर सोडियम हाइड्रॉक्साइड का निर्माण करती है। फिर यह सोडियम हाइड्रॉक्साइड वायु में उपस्थित कार्बन डाईऑक्साइड के साथ मिलकर सोडियम कार्बोनेट बनाती है। इसी वजह से सोडयम धातु को केरोसीन में डुबो कर रखा जाता है।

यह जल के साथ तीव्रता से प्रक्रिया कर हाइड्रोजन गैस और सोडियम हाइड्रॉक्साइड का निर्माण  करती है। यह क्लोरीन की उपस्थिति में जलाये जाने पर सोडियम क्लोराइड का निर्माण करती है। जब इसे कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थित में जलाया जाता है तो यह सोडियम कार्बोनेट का निर्माण करती है। यह अमोनिया के साथ प्रक्रिया करके सोडामाइड का निर्माण करती है। जब यह एल्कोहल के साथ क्रिया करती है हाइड्रोजन गैस मुक्त होती है और सोडियम एल्काक्साइड का निर्माण होता है। यह अम्लों के साथ क्रिया कर लवण बनाती है और इसमें हाइड्रोजन गैस विमुक्त होती है।

सोडियम धातु के उपयोग

Uses of sodium metal in Hindi

इसका उपयोग अवकारक के रूप में व सांश्लेषिक प्रतिक्रियाओं में किया जाता है। सोडियम लेड मिश्रधातु का उपयोग टेट्राइथाइल लेड नामक अफस्फोटनरोधी यौगिक बनाने में होता है। इसके अतिरिक्त द्रवित सोडियम का उपयोग नाभिकीय रिएक्टरों में शीतलन उत्पन्न करने में भी किया जाता है।

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