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जीवन की मौलिक इकाई क्या है | Fundamental Unit Of Life In Hindi Science Class 9th Chapter 5

अगर आप 9 वी विज्ञान (9th Science) के छात्र है तो आज के इस पोस्ट मे कक्षा 9 विज्ञान NCERT बुक NCERT Solutions for Science Class 9th Chapter 5 के जरिये जानेगे की परमाणु की संरचना | Atomic Structure In Hindi क्या है.

जीवन की मौलिक इकाई क्या है

Fundamental Unit Of Life In Hindi Science Class 9th Chapter 5

तो चलिये कक्षा 9 विज्ञान NCERT बुक NCERT Solutions for Science Class 9th Chapter 5 के जरिये जानेगे की जीवन की मौलिक इकाई | Fundamental Unit Of Life In Hindi क्या है जानते है –

जीवन की मौलिक इकाई –

  • शरीर की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं |
  • यह सभी सजीवों की मुलभुत इकाई है |
  • सभी सजीव कोशिका से बने हैं |
  • कोशिका हमारे शरीर को आकार प्रदान करता है इसलिए यह शरीर का संरचनात्मक इकाई है |
  • शरीर के सभी कार्य कोशिकीय स्तर पर होते है इसलिए यह शरीर का क्रियात्मक इकाई है |
  • कोशिका का सबसे पहले पता राबर्ट हुक ने 1665 में लगाया था | राबर्ट ब्राउन ने 1831 में कोशिका में केन्द्रक का पता लगाया |
  • वे जीव जो एक ही कोशिका के बने होते हैं एवं स्वयं में ही एक सम्पूर्ण जीव होते है एक कोशिकीय जीव कहलाते हैं | जैसे- अमीबा, पैरामिशियम, क्लेमिड़ोमोनास और बैक्टीरिया (जीवाणु) आदि |
  • वे जीव जिनमें अनेक कोशिकाएँ समाहित होकर विभिन्न कार्य को सम्पन्न करने हेतु विभिन्न अंगो का निर्माण करते है, बहुकोशिकीय जीव कहलाते है |
  • कोशिकाओं की आकृति तथा आकार उनके विशिष्ट कार्यों के अनुरूप होते हैं :

(i) कुछ कोशिकाएँ अपनी आकार बदलती रहती हैं – जैसे : अमीबा

(ii) कुछ जीवों में कोशिका का आकार स्थोर रहता है – जैसे : तंत्रिका कोशिका |

  • प्लाज्मा झिल्ली : यह कोशिका की सबसे बाहरी परत है जो कोशिका के घटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग करती है| प्लाज्मा झिल्ली लचीली होती है और कार्बनिक अणुओं जैसे लिपिड (Phospolipids) तथा प्रोटीन के दो परतों से बनी होती है |
  • अमीबा जिस प्रक्रिया से भोजन ग्रहण करता है उसे इंडोसाइटोसिस कहते है |
  • विसरण एक कोशिकाओं में होने वाली प्रक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड एवं ऑक्सीजन जैसे गैसीय पदार्थों के अणुओं का परिवहन वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली के द्वारा होता है |  यह प्रक्रिया विसरण कहलाती है |
  • जल के अणुओं की गति वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा हो तो उसे परासरण कहते हैं |
  • केन्द्रक कोशिका का सबसे बड़ा कोशिकांग है जो कोशिका के अंदर पाया जाता है | गुणसूत्र (chromosomes) कोशिका के केन्द्रक में ही पाया जाता है, जो सिर्फ कोशिका विभाजन के समय ही दिखाई देते हैं |
  • केन्द्रक के चारों ओर दोहरे परत का एक स्तर होता है जिसे केन्द्रक झिल्ली कहते है| केन्द्रक झिल्ली में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं | इन छिद्रों के द्वारा केन्द्रक के अंदर का कोशिकाद्रव्य केन्द्रक के बाहर जा पाता है |
  • गुणसूत्र एक छाडाकार (Cilyndrical) संरचना होती है जो कोशिका के केन्द्रक में पाया जाता है, ये कोशिका विभाजन के समय दिखाई देते हैं | गुणसूत्र (क्रोमोसोम) में अनुवांशिक गुण होते हैं जो माता-पिता से DNA (डिऑक्सी राइबो न्यूक्लिक अम्ल) अनु के रूप में अगली संतति में जाते है |
  • क्रोमोसोम DNA तथा प्रोटीन के बने होते हैं |
  • DNA अणु में कोशिका के निर्माण व् संगठन की सभी आवश्यक सूचनाएँ होती हैं |
  • DNA के क्रियात्मक खंड को जीन कहते हैं |
  • जो कोशिका, कोशिकायें विभाजन की प्रक्रिया में भाग नहीं लेती हैं उसमें यह DNA क्रोमैटीन पदार्थ के रूप में विद्यमान रहता है |
  • कोशिका विभाजन के दौरान केन्द्रक भी दो भागों में विभक्त हो जाता है |
  • नयी कोशिका में जनक कोशिका के ही सभी गुण मौजूद रहते है |
  • यह कोशिका के विकास एवं परिपक्वन को निर्धारित करता है |
  • साथ ही साथ सजीव कोशिका की रासायनिक क्रियाओं को भी निर्देशित करता है |
  • (I) प्रोकैरियोटिक कोशिका : जिन कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है उन्हें प्रोकैरियोटिक कोशिका कहते है | ऐसी कोशिकाएँ जीवाणुओं में पाई जाती है |

(II) यूकैरियोटिक कोशिका : जिन कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली पाई जाती है उन्हें यूकैरियोटिक कोशिका कहते है | शैवाल, एवं अन्य सभी बहुकोशिक जीवों की कोशिका

  • प्रत्येक कोशिका के जीवद्रव्य में अनेक छोटे- छोटे कोशिका के विशिष्ट घटक पाए जाते है जो कोशिका के लिए विशिष्ट कार्य करते हैं | इन्हें ही कोशिकांग (organells) अर्थात कोशिका अंगक कहते हैं | जैसे – माइटोकांड्रिया, गाल्जी उपकरण, तारक केंद्र, लाइसोसोम, राइबोसोम, तथा रिक्तिका आदि ये सभी कोशिकांग हैं |
  • कोशिका द्रव्य तथा केन्द्रक दोनों को मिलाकर जीवद्रव्य कहते हैं |
  • अल्पपरासरण दाबी विलयन (Hypotonic Solution): यदि कोशिका को तनु (dilute) विलयन वाले माध्यम अर्थात जल में शक्कर अथवा नमक की मात्रा कम और जल की मात्र ज्यादा है, में रखा गया है तो जल परासरण विधि द्वारा कोशिका के अंदर चला जायेगा | ऐसे विलयन को अल्पपरासरण दाबी विलयन कहते हैं |
  • समपरासारी दाबी विलयन (Isotonic Solution): यदि कोशिका को ऐसे माध्यम विलयन में रखा जाए जिसमें बाह्य जल की सांद्रता कोशिका में स्थित जल की सांद्रता के ठीक बराबर हो तो कोशिका झिल्ली से जल में कोई शुद्ध गति नहीं होगी | ऐसे विलयन को समपरासारी दाबी विलयन कहते हैं |
  • अतिपरासरण दाबी विलयन (Hypertonic Solution): यदि कोशिका के बाहर वाला विलयन अंदर के घोल से अधिक सान्द्र है तो जल परासरण द्वारा कोशिका से बाहर आ जायेगा | ऐसे विलयन को अतिपरासरण दाबी विलयन कहते हैं |
  • कोशिका भित्ति के वल पादप कोशिकाओं में ही पाई जाती है जो कि यह मुख्यत: सेल्युलोज (Cellulose) की बनी होती है | यह पौधों को संरचनात्मक दृढ़ता प्रदान करता है |
  • राइबोसोम कोशिका द्रव्य में मुक्त अवस्था में पाई जाने वाली गोल आकृति कि संरचना होती है | ये कोशिका द्रव्य में मुक्त रूप से पाई जा सकती है अथवा अंतर्द्रव्य जालिका (ER) से जुडी हो सकती हैं | राइबोसोम को कोशिका का प्रोटीन-फैक्ट्री भी कहा जाता है, क्योंकि यह प्रोटीन बनाता है |
  • लाइसोसोम कोशिका का अपशिष्ट निपटाने वाला तंत्र है | यह झिल्ली से घिरी हुई संरचना है | लाइसोसोम बाहरी पदार्थों के साथ -साथ कोशिकांगों के टूटे-फूटे भागों को पाचित करके साफ करता है |लाइसोसोम में बहुत शक्तिशाली पाचनकारी एंजाइम होते है जो सभी कार्बनिक पदार्थों को तोड़ सकने में सक्षम है |
  • माइटोकोंड्रिया दोहरी झिल्ली वाली कोशिकांग है बाहरी झिल्ली छिद्रित होती है एवं भीतरी झिल्ली बहुत अधिक वलित (rounded) होती है | इसमें उसका अपना DNA तथा राइबोसोम होते हैं | अत: माइटोकोंड्रिया अपना कुछ प्रोटीन स्वयं बनाते हैं | इसलिए माइटोकोंड्रिया अदभुत अंगक है |
  • प्लैस्टिड केवल पादप कोशिकाओं ने स्थित होते है | प्लैस्टिड की भीतरी रचना में बहुत-सी झिल्ली वाली परतें होती है जो स्ट्रोमा में स्थित होती है | प्लैस्टिड बाह्य रचना में माइटोकोंड्रिया कि तरह होते हैं | माइटोकोंड्रिया कि तरह प्लैस्टिड में भी अपना DNA तथा राइबोसोम होते है |
  • ​रसधानियाँ ठोस अथवा तरल पदार्थों कि संग्राहक थैलियाँ हैं | जंतु कोशिकाओं में रसधानियाँ छोटी होती हैं जबकि पादप कोशिकाओं में रासधानियाँ बहुत बड़ी होती है | कुछ पौधों कि कोशिकाओं कि केंद्रीय रसधानी की माप कोशिका के आयतन का 50% से 90 तक होता है |

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Question and Answer in Hindi

NCERT Solutions for Class 9th Science Chapter जीवन की मौलिक इकाई क्या है के चेप्टर 5 से Fundamental Unit Of Life Question and Answer in Hindi इससे जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर Fundamental Unit Of Life को जानते है.

प्रश्न 1: कोशिका की खोज किसने और कैसे की ? 

उत्तर: 1665 में अंग्रेज जीवविज्ञानी रोबर्ट हुक ने कोशिका की खोज की थी | उसने कोशिका को कॉर्क की पतली काट में अनगढ़ सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखा।

प्रश्न 2: कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं ?

ऊतर: कोशिका हमारे शरीर को आकार प्रदान करता है इसलिए यह शरीर का संरचनात्मक इकाई है और शरीर के सभी कार्य कोशिकीय स्तर पर होते है इसलिए यह शरीर का क्रियात्मक इकाई है |

प्रश्न 3: CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका से कैसे अंदर तथा बाहर जाते हैं? इस पर चर्चा करें।

उत्तर: कोशिका झिल्ली वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली होती है जो चुने हुए पदार्थों को ही अंदर बाहर आने जाने देता है अर्थात यह पदार्थों के गति को नियंत्रित करता है |

CO2 की गति : CO2 कोशिकाओं के अंदर ऊँच सांद्रता ने विद्यमान रहता है क्योकि कोशिकीय श्वसन के दौरान CO2​ का निर्माण होता है | जब कोशिका के अंदर CO2​  की सांद्रता अधिक बढ़ जाती है तो उस समय कोशिका के बाहर CO2​  की सांद्रता कम होती है | पदार्थों की गति के नियम के अनुसार पदार्थ उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर गति करते है | गैसों के लिए यह गति विसरण कहलाता है | इसी विसरण की प्रक्रिया के द्वारा गैसीय पदार्थ जैसे CO2 तथा O2 कोशिका के अंदर और बाहर आते है | चूँकि जब कोशिका के अंदर CO2​  की सांद्रता अधिक बढ़ जाती है तो वह बाहर आ जाती है| और जब O2​ की सांद्रता बाहर बढ़ जाती है तो वह कोशिका के अंदर चला जाता है |

जल की गति : जल भी ठीक उसी नियम का पालन करता है जो गैस करते है | कोशिकाओ में जल की गति परासरण की प्रक्रिया के द्वारा होता है | जब कोशिका के अंदर जल की सांद्रता अधिक होती है तो कोशिका के बाहर की सांद्रता कम होती है तब पदार्थों की गति के नियम के अनुसार जल ऊँच सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर गति करता है | ठीक उसी प्रकार बाहर से अंदर की ओर गति करता है |

प्रश्न 4:  प्लैज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं? 

उत्तर: प्लाज्मा झिल्ली कुछ चुने हुए पदार्थों को ही अंदर अथवा बाहर जाने देती है तथा अन्य पदार्थो की गति को रोकती है| इसलिए कोशिका झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली भी कहते हैं |

कुछ चुने हुए पदार्थ जैसे – कार्बन डाइऑक्साइड अथवा ऑक्सीजन कोशिका झिल्ली के आर-पार विसरण प्रक्रिया द्वारा आ-जा सकते है |

प्रश्न 6: क्या आप दो ऐसे अंगकों का नाम बता सकते हैं जिनमें अपना आनुवंशिक पदार्थ होता है?

उत्तर : (i) जन्तु कोशिका में माइटोकोंड्रिया और

          (ii) पादप कोशिका में प्लास्टिड

प्रश्न 7: यदि किसी कोशिका का संगठन किसी भौतिक अथवा रासायनिक प्रभाव के कारण नष्ट हो जाता है, तो क्या होगा?

उत्तर: कोशिका जीवन की सबसे महत्वपूर्ण क्रियात्मक और संरचनात्मक इकाई है | जीवन की सभी मूलभूत कार्य कोशिकाओं से ही संपादित होते है | यदि किसी कोशिका का संगठन किसी भौतिक अथवा रासायनिक प्रभाव के कारण नष्ट हो जाता है तो कोशिका की जीवन के लिए कार्य करने की क्षमता समाप्त हो जाएगी और यह जीवन के लिए उपयोगी अनुरक्षण का कार्य जैसे पोषण, श्वसन, वहन और उत्सर्जन आदि नहीं कर पायेगा |

प्रश्न 8: लाइसोसोम को आत्मघाती थैली क्यों कहते हैं?

उत्तर: कोशिकीय चयापचय (Metabolism) में व्यवधान के कारण जब कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती है, to लाइसोसोम फट जाते हैं और इनके शक्तिशाली एंजाइम अपनी ही कोशिकाओं को पाचित कर देते हैं इसलिए लाइसोसोम को आत्मघाती (sucidal) बैग कहते है |

प्रश्न 9: कोशिका के अंदर प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है?

उत्तर: राइबोसोम में

प्रश्न 10: यदि प्लैज्मा झिल्ली फट जाए अथवा टूट जाए तो क्या होगा?

उत्तर: यदि कोशिका झिल्ली फट जाये या टूट जाए तो कोशिका के अंदर का आतंरिक रासायनिक संगठक नष्ट हो जायेगा और यह अपना आधारभूत कार्य संपन्न नहीं कर पायेगा | ऐसी क्षतिग्रस्त कोशिकाएँ मर जाती है जिसे लाइसोसोम जैसे अंगक पचा जाते हैं |

प्रश्न 11: यदि गॉल्जी उपकरण न हो तो कोशिका के जीवन में क्या होगा?

उत्तर: अंतर्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic Reticulum) में संश्लेषित पदार्थ को गोल्जी उपकरण के द्वारा ही संचयन, रूपांतरण, पैकेजिंग और एक जगह से दुसरे जगह विभिन्न गंतव्यों तक कोशिका के अंदर और बाहर भेजने का कार्य करता है | कुछ परिस्थिति में गॉल्जी उपकरण में सामान्य शक्कर से जटिल शक्कर बनती है। गॉल्जी उपकरण के द्वारा लाइसोसोम को भी बनाया जाता है। कोशिका निर्माण प्रक्रिया में गोल्जी उपकरण भी शामिल होता है | यदि गोल्जी उपकरण नहीं हो तो कोशिका में होने वाले महत्वपूर्ण कार्य संचयन, रूपांतरण, पैकेजिंग और विभिन्न पदार्थों का एक जगह से दुसरे स्थान तक स्थानांतरण संभव नहीं है |

प्रश्न 12: कोशिका का कौन-सा अंगक बिजलीघर है? और क्यों?

उत्तर: माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का बिजलीघर कहते हैं । माइटोकॉन्ड्रिया जीवन की विभिन्न रासायनिक क्रियाओ को करने के लिए । ATP के रूप में उर्जा प्रदान करते हैं और यह आवश्यक उपयोगी उर्जा संचित  होती है । माइटोकॉन्ड्रिया के पास अपना DNA तथा राइबोसोम होता है । अतः माइटोकॉन्ड्रिया अपना कुछ प्रोटीन स्वंय बनाते हैं ।

प्रश्न 13: कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है?

उत्तर: कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन का संश्लेषण अंतर्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic Reticulum) में होता है जिसके दो भाग है |

(i) खुरदरी अंतर्द्रव्यी जालिका (Rough Endoplasmic Reticulum) – जो कोशिका झिल्ली को बनाने वाले प्रोटीन का संश्लेषण करता है |

(ii) चिकनी अंतर्द्रव्यी जालिका (Smooth Endoplasmic Reticulum) – यह कोशिका झिल्ली को बनाने वाले वसा अर्थात लिपिड का संश्लेषण करता है |

प्रश्न 14: अमीबा अपना भोजन कैसे प्राप्त करता है?

उत्तर: अमीबा अपना भोजन एंडोसाइटोसिस (Endocytosis) प्रक्रिया से प्राप्त करता है | चूँकि अमीबा एक कोशिकीय जीव होता है | एक कोशिकीय जीवों में कोशिका झिल्ली के लचीलेपन के कारण जीव बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन ग्रहण करते हैं और कोशिका झिल्ली पुनः अपने पूर्व अवस्था में आ जाता हैं । इसके बाद कोशिका पदार्थ ग्रहण कर पचा जाता हैं । इस प्रक्रिया  को इंडोसाइटोसिस अथवा फैगोसाइटोसिस कहते है |

प्रश्न 15: परासरण क्या है?

उत्तर: जल के अणुओ की गति जब वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा हो तो उसे परासरण कहते हैं ।

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े अति लघु उत्तरीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Very Short Question and Answer in Hindi 

प्रश्न 1- कोशिका किसे कहते है ?
उत्तर – शरीर की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं ।
प्रश्न 2- कोशिका की खोज किसने और कैसे की ?
उत्तर – कोशिका का सबसे पहले पता रार्बट हुक ने 1665 में लगाया था । उसने कोशिका को पतली काट में अनगढ़ सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखा ।
प्रश्न 3- CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका के अंदर और बाहर कैसे आते हैं ?
उत्तर – विसरण प्रक्रिया द्वारा ।
प्रश्न 4- अमीबा अपना भोजन कैसे ग्रहण करता हैं ?
उत्तर – एन्डोसाइटोसिस प्रक्रिया द्वारा ।
प्रश्न 5- एन्डोसाइटोसिस क्या हैं ?
उत्तर – एक कोशिकीय जीवों में कोशिका झिल्ली के लचीलेपन के कारण जीव बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन ग्रहण करते हैं और कोशिका झिल्ली पुनः अपने पूर्व अवस्था में आ जाता हैं । इसके बाद कोशिका पदार्थ ग्रहण कर पचा जाता हैं । इस प्रक्रिया  को एन्डोसाइटोसिस कहते हैं ।
प्रश्न 6- प्लाज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते है ?
उत्तर – प्लाज्मा झिल्ली कुछ पदार्थो को अंदर अथवा बाहर जाने देती हैं । यह अन्य पदार्थो  की गति को भी रोकती है । प्लाज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली कहते है ।
प्रश्न 7- परासरण क्या है ?

उत्तर – जल के अणुओ की गति जब वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा हो तो उसे परासरण कहते हैं ।

प्रश्न 8- सेल्युलोज क्या है ? सेल्युलोज कहाँ पाया जाता है ?
उत्तर – सेल्युलोज एक बहुत जटिल पदार्थ है । जो पौधो में पाया जाता है । पादप कोशिका भिति मुख्यतः सेल्युलोज की बनी होती है।

प्रश्न 9- जीवद्रव्य कुंचन किसे कहते है ?
उत्तर – जब किसी पादप कोशिका में परासरण द्वारा पानी की हानि होती है तो कोशिका झिल्ली सहित आंतरिक पदार्थ संकुचित हो जाते है । इस घटना को जीवद्रव्य कुंचन कहते है।
प्रश्न 10- DNA का पुरा नाम लिखो। 
उत्तर – DNA का पुरा नाम डिऑक्सी राइबों न्यूक्लीक एसिड है।
प्रश्न 11- ATP क्या है ? ATP का पूरा नाम लिखें ।
उत्तर – ATP का पूरा नाम ऐडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट है । यह एक प्रकार का कोशिका का ऊर्जा है।

प्रश्न 12- कोशिका के किस अंगक में आनुवांशिक गुण होता है ?
उत्तर – क्रोमोसोम में ।
प्रश्न 13- ऐसे दो अंगकों का नाम बताइए जिनमें अपना आनुवांशिक पदार्थ होता है ?
उत्तर – 
1.   माइटोकॉड्रिया (जन्तुओं में )
2.    प्लैस्टिड  (पादपों में )
प्रश्न 14- लाइसोसोम को आत्मघाती थैली क्यो कहते है ?
उत्तर – कोशिकीय चयापचय में व्यवधान के कारण जब कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती हैं, तो लाइसोसोम फट जाते हैं और एंजाइम अपनी ही कोशिका को पाचित कर देतें हैं इसलिए लाइसोसोम को आत्मघाती थैली कहते हैं ।
प्रश्न 15- कोशिका के अंदर प्रोटिन का संश्लेषण कहाँ होता है ?
उत्तर – माइटोकॉन्ड्रिया में ।

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े लघु उत्तरीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Short Question and Answer in Hindi

प्रश्न 1- प्रोकैरियोटी कोशिका और युकैरियोटि कोशिका में क्या अंतर है ?
उत्तर –
प्रोकैरियोटी कोशिका :

1. आकार प्रायः छोटा होता है ।
2. इनकी कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली नही होती है ।
3. क्रोमोसोम एक होता है ।

  1. अधिकांश द्रव्य अंगक नही होते है ।

 युकैरियोटि कोशिका:

  1. आकार प्रायः बडा होता है।
    2. इनकी कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली होती है ।
    3. क्रोमोसोम एक से अधिक होता है ।
    4. अधिकांश द्रव्य अंगक होते है।
    प्रश्न 2- पादप कोशिका और जन्तु कोशिका में अंतर ज्ञात करो ।
    उत्तर –

पादप कोशिका :

1. इसमें कोशिका भित्ती होती है ।
2. इसमें हरित लवक उपस्थित होते है ।
3. इनमें प्रकाश संश्लेषण होता हैं ।
4. ये प्रायः बड़े आकार की होती हैं ।

जंतु कोशिका : 

  1. इसमें कोशिका भित्ती नही होती हैं ।
    2. इसमें हरित लवक अनुपस्थित होते हैं ।
    3. इनमे प्रकाश संश्लेषण नही होता हैं ।
    4. ये प्रायः छोटे आकार की होती हैं ।

प्रश्न 3- कोशिका को जीवन की सरंचनात्मक और क्रियात्मक इकाई क्यो कहते है ?
उत्तर – कोशिका से प्रत्येक जीव बने हैं और प्रत्येक जीवित कोशिका की मूलभूत संरचना और कार्य करने की क्षमता होती है जो सभी सजीवों का गुण हैं । इनमें पाए जाने वाले कोशिकांग लगातार विशिष्ट कार्य करते रहते है जिससे सजीव का जीवन चलता रहता हैं। अतं कोशिका को जीवन की सरंचनात्मक और क्रियात्मक इकाई कहते है ।

प्रश्न 4- किस कोशिकांग को कोशिका का बिजली घर कहते है ? और क्यों ?
उत्तर – माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का बिजलीघर कहते हैं । माइटोकॉन्ड्रिया जीवन की विभिन्न रासायनिक क्रियाओ को करने के लिए ।ज्च् के रूप में उर्जा प्रदान करते हैं और यह आवश्यक उपयोगी उर्जा संचित  होती है । माइटोकॉन्ड्रिया के पास अपना DNA तथा राइबोसोम होता है । अतः माइटोकॉन्ड्रिया अपना कुछ प्रोटीन स्वंय बनाते हैं ।

प्रश्न 5- विसरण प्रक्रिया क्या हैं ? कोशिकाओ में यह कैसे संपन्न होता है ?
उत्तर – विसरण एक कोशिकाओ मे होने वाली प्रक्रिया हैं जिसमें ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड जैसे पदार्थो का परिवहन होता है । इसे विसरण प्रक्रिया कहते है । कोशिका में CO2 जैसे कोशिकीय अपशिष्ट जिसका निष्कासन आवश्यक होता है| धीरे धीरे एकत्र होने से कोशिका के अंदर CO2 की सांद्रतां बढ़ जाती हैं जबकि कोशिका के बाहर CO2 की सांद्रता अंदर की अपेक्षा कम होती है जिससे कोशिका के अंदर दाब बढ जाता हैं। जिससे COकोशिका से बाहर की ओर निकलने लगता है । इसी प्रकार जब कोशिका में ऑक्सीजन की सांद्रता कम हो जाती है तो ऑक्सीजन बाहर से कोशिका में विसरण द्वारा अंदर चली जाती है ।

प्रश्न 6.
कोशिका की खोज किसने और कैसे की?
उत्तर-
कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 में की। उसने कॉर्क की पतली काट को स्वनिर्मित सूक्ष्मदर्शी से अवलोकन करने पर पाया कि इसमें अनेक छोट-छोटे प्रकोष्ठ हैं, जिसकी संरचना मधुमक्खी के छत्ते जैसी प्रतीत हुई। इन प्रकोष्ठों को रॉबर्ट हुक ने कोशिका का नाम दिया।

प्रश्न 7.
कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं ?
उत्तर-
सभी जीव-जन्तु जो हम अपने आस-पास देखते हैं, कोशिकाओं से मिलकर बनते हैं। कुछ जीव एक- कोशी होते हैं तथा अन्य बहुकोशी होते हैं। प्रत्येक बहुकोशी जीव एक कोशिका से ही विकसित हुआ है। कुछ जीवों में विभिन्न प्रकार की कोशिकाएँ भी होती हैं।
प्रत्येक कोशिका में कुछ मूलभूत कार्य करने की क्षमता होती है जो सभी जीवों का गुण है। प्रत्येक कोशिका में कुछ विशिष्ट अंग होते हैं जो विशिष्ट कार्य करते हैं इन्हें कोशिकांग कहते हैं। इन कोशिकांगों के कारण ही एक कोशिका जीवित रहती है। ये कोशिकांग मिलकर कोशिका बनाते हैं। प्रत्येक कोशिकांग विभिन्न कार्य करता है। जैसे-नये पदार्थ का निर्माण, अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन आदि। अतः कोशिका जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई है।

प्रश्न 8.
CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका से कैसे अन्दर तथा बाहर जाते हैं ? इस पर चर्चा करें।
उत्तर-
CO2 की सांद्रता जब कोशिका में उच्च हो जाती है तो विसरण द्वारा ये कोशिका से बाहर निकल जाती है और जब CO2 की सांद्रता निम्न होती है तो बाहर से यह कोशिका में आ जाती है।
जल के अणु परासरण के कारण कोशिका की वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा उच्च जल की सांद्रता से निम्न जल की सांद्रता की ओर जाता है।

प्रश्न 9.
प्लाज्मा झिल्ली को वर्गात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं?
उत्तर-
प्लाज्मा झिल्ली को अर्धपारगम्य झिल्ली इसलिए कहते हैं क्योंकि ये कोशिका में आने-जाने वाले पदार्थों पर नियन्त्रण रखती है। यह कुछ पदार्थों को अन्दर आने व बाहर जाने देती है जबकि कुछ पदार्थों को अन्दर आने व बाहर जाने से रोकती है अतः इसे अर्धपारगम्य झिल्ली कहते हैं।

प्रश्न 10.
क्या आप दो ऐसे अंगकों का नाम बता सकते हैं जिनमें अपना आनुवंशिक पदार्थ होता है ?
उत्तर-
हाँ-दो ऐसे अंगक केन्द्रक व माइटोकोण्डिया हैं जिनमें अपना आनुवंशिक पदार्थ पाया जाता है।

प्रश्न 11.
यदि किसी कोशिका का संगठन किसी भौतिक या रासायनिक प्रभाव के कारण नष्ट हो जाता है, तो क्या होगा ?
उत्तर-
यदि किसी भौतिक या रासायनिक प्रभाव के कारण कोशिका का जैविक संगठन नष्ट हो जाएगी तो कोशिका मृत हो जाएगी।

प्रश्न 12.
लाइसोसोम को आत्मघाती थैली क्यों कहते हैं ? .
उत्तर-
लाइसोसोम में शक्तिशाली जल अपघटनीय, एंजाइम होते हैं जो सभी कार्बनिक पदार्थों को पचाने में सहायक होते हैं। यदि पूर्ण क्षतिग्रस्त यी मृत कोशिकाओं को नष्ट करने की आवश्यकता हो तो वे अपनी झिल्ली, तोड़कर एक ही बार में अपना सारा द्रव्य मुक्त कर देते। हैं और क्योंकि इस क्रिया में ये स्वयं भी नष्ट हो जाते हैं। इसलिए इन्हें आत्मघाती थैली भी कहा जाता है।

प्रश्न 13.
कोशिका के अन्दर प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है ?
उत्तर-
केन्द्रिका (Nucleolus) में ही राइबोसोम्स का संश्लेषण होता है। ये राइबोसोम्स ही प्रोटीन का संश्लेषण करते हैं।

प्रश्न 14.
यदि प्लाज्मा झिल्ली फट जाए या टूट जाए तो क्या होगा ?
उत्तर-
यदि प्लाज्मा झिल्ली फट जाए या टूट जाए। तो कोशिका के भीतर होने वाली क्रियाएँ संभव नहीं होंगी। अतः कुछ समय में कोशिका नष्ट हो जाएगी।

प्रश्न 15.
यदि गॉल्जी उपकरण न हो तो कोशिका के जीवन में क्या होगा ?
उत्तर-
गॉल्जी उपकरण चिकने, चपटे व नलिकाकार उपक्रम समूह के रूप में केन्द्रक के पास उपस्थित होता है। ये प्रायः समान्तर पंक्तियों में एक ढेर के रूप में होते हैं और स्रवण का कार्य करते हैं। इनका मुख्य कार्य कोशिका में संश्लेषित पदार्थों के पैकेज बनाकर कोशिका के अन्दर (प्लाज्मा झिल्ली व लाइसोसोम) व बाहर के लक्ष्यों को भेजना है। यह लाइसोसोम को बनाने में भी सहायक है। यदि गॉल्जी उपकरण कोशिका में नहीं होगा तो स्रवण का कार्य, संश्लेषित पदार्थों के पैकेज बनाकर अन्दर व बाहर स्थानान्तरण तथा लाइसोसोम्स बनाने का कार्य नहीं होंगे।

प्रश्न 16.
कोशिका का कौन-सा अंगक बिजलीघर है?
उत्तर-
माइटोकॉण्डिया कोशिका को बिजलीघर (Power house) है। ये दोहरे आवरण से घिरा होता है। और इसमें कोशिका के भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण होता है तथा ऊर्जा उत्पन्न होती है। मुक्त हुई ऊर्जा (A.T.P.) ऐडिनोसीन ट्राईफॉस्फेट के रूप में संगृहीत हो जाती है। जो शरीर के विभिन्न कार्यों में प्रयोग की जाती है। इनके पास अपना DNA और राइबोसोम्स होता है जिससे अपने लिए प्रोटीन का संश्लेषण भी कर सकते हैं।

प्रश्न 17.
कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है ?
उत्तर-
कोशिका झिल्ली का निर्माण करने वाले प्रोटीन, कोशिका द्रव्य में पाई जाने वाली खुरदरी अंतर्द्रव्यी जालिका द्वारा संश्लेषित होती है। लिपिड का निर्माण चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका द्वारा कार्बनिक कणों के स्रवण से होता है। ये प्रोटीन व लिपिड़ ही कोशिका झिल्ली का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 18.
अमीबा अपना भोजन कैसे प्राप्त करता है?
उत्तर-
अमीबा अन्त:ग्रहण विधि द्वारा अपना भोजन प्राप्त करता है। इसकी कोशिका झिल्ली अत्यधिक लचीली होती है जिसके कारण यह बाहर के वातावरण में से भोजन के कण और अन्य पदार्थ ग्रहण कर लेता है। इस कार्य के लिए इसके कूटपाद आगे की ओर बढ़कर भोजन के | कण को पूरा घेर लेते हैं और इस प्रकार भोजन जीवद्रव्य में पहुँच जाता है।

प्रश्न 19.
परासण क्या है?
उत्तर-
वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा पानी के अणुओं की उच्च सान्द्रण क्षेत्र से निम्न सान्द्रण क्षेत्र की तरफ गति को परासरण कहते हैं। पानी की गति उसमें घुले हुए पदार्थों पर निर्भर करती है।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित परासरण प्रयोग करें| छिले हुए आधे-आधे आलू के चार टुकड़े लो, इन चारों को खोखला करो जिससे कि आलू के कप बन जाएँ। इनमें से एक कप को उबले आलू में बनाना है। आलू के प्रत्येक कप को जल वाले बर्तन में रखो। अब
(a) कप ‘A’ को खाली रखो,
(b) कप ‘B’ में एक चम्मच चीनी डालो,
(c) कप ‘C’ में एक चम्मच नमक डालो तथा
(d) उबले आलू से बनाए गए कप ‘D’ में एक चम्मच चीनी डालो।
आलू के इन चारों कपों को दो घंटे तक रखने के पश्चात् उनका अवलोकन करो तथा निम्न प्रश्नों का उत्तर दो
(i) ‘B’ तथा ‘C’ के खाली भाग में जल क्यों एकत्र हो गया ? इसका वर्णन करो।
(ii) ‘A’ आलू इस प्रयोग के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है?
(iii) ‘A’ तथा ‘D’ आलू के खाली भाग में जल एकत्र क्यों नहीं हुआ ? इसका वर्णन करो।
उत्तर-
(i) आलू बहुत-सी कोशिकाओं से बना हुआ होता है। कोशिकाओं की कोशिका झिल्ली अर्द्धपारगम्य होती है। आलू A व C के खाली भाग में क्रमशः चीनी तथा नमक भरा है जबकि इनके बाहरी भाग पानी के सम्पर्क में हैं। अत: पानी का सान्द्रण आलू के अन्दर की तुलना में बाहर के बर्तन में अधिक होता है। अतः पानी की गति परासरण के कारण बाहर के बर्तन से आलू के अन्दर की तरफ होता है। अत: आलू का B व C में पानी भर जाता है।
(ii) इस प्रयोग में खाली कप A इसलिए आवश्यक है क्योंकि यह दर्शाता है कि यदि दो विलयनं लिए जाएँ जिनका सान्द्रण बराबर होता है तो पानी के अणुओं में कोई गति नहीं होती।
(iii) आलू कप A व D में पानी इसलिए नहीं भरता क्योंकि आलू कप D उबले हुए आलू से बना है। अतः उसकी कोशिकाएँ मृत हो जाती हैं तथा कोशिका झिल्ली अर्द्धपारगम्यता खो देती है। अतः परासरणे नहीं होता जिससे पानी बाहरी बर्तन से आलू में प्रवेश नहीं करता। आलू कप A को खाली रखा गया है। अत: अर्द्धपारगम्य कोशिका झिल्ली के दोनों तरफ का सान्द्रण बराबर होता है। अतः पानी के अणु बाहर से अन्दर की तरफ गति नहीं करते। अतः आलू कप A व D में पानी नहीं भरता है।

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े अतिलघु उत्तरीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Objective Question and Answer in Hindi

प्रश्न 1.
एक कोशिकीय जीवों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
एक कोशिकीय जीवों के उदाहरण
(1) अमीबा,
(2) पैरामीशियम।

प्रश्न 2.
जटिल बहुकोशिकीय जीवों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
जटिल बहुकोशिकीय जीवों के उदाहरण-
(i) मनुष्य,
(ii) विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षी तथा
(iii) वृक्ष

प्रश्न 3.
‘कोशा’ किसे कहते हैं?
अथवा
कोशिको क्या है ?
उत्तर-
कोशा (Cell)- जीवन की संरचनात्मक इकाई कोशा कहलाती है। कोशा जैव संगठन का प्रथम जैविक स्तर है।

प्रश्न 4.
कोशिका की खोज किस वैज्ञानिक ने की थी ?
उत्तर-
कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने की थी।

प्रश्न 5.
कोशिका में केन्द्रक की खोज किस वैज्ञानिक ने की ?
उत्तर-
कोशिका में केन्द्रक की खोज रॉबर्ट ब्राउन ने की।

प्रश्न 6.
कोशिकाद्रव्य को जीवद्रव्य नाम किस वैज्ञानिक ने दिया?
उत्तर-
कोशिकाद्रव्य को जीवद्रव्य नाम जे. ई. पुरकिन्जे ने दिया।

प्रश्न 7.
कोशिका सिद्धान्त क्या है ?
उत्तर-
कोशिका सिद्धान्त-कोशिका जीवन की मूलभूत इकाई है।”

प्रश्न 8.
कोशिका सिद्धान्त किन-किन वैज्ञानिकों ने प्रतिपादित किया ?
उत्तर-
कोशिका सिद्धान्त को एम. जे. श्लीडन एवं टी. श्वान ने प्रतिपादित किया।

प्रश्न 9.
‘कोशिका भित्ति’ से क्या समझते हो ?
उत्तर-
कोशिका भित्ति (Cell wall)- पादप, कोशिका प्लाज्मा झिल्ली के बाहर सेल्यूलोज से बनी एक परत द्वारा घिरी होती है जिसे कोशिका भित्ति कहते हैं।

प्रश्न 10.
‘कोशिकाद्रव्य’ (साइटोप्लाज्म) किसे कहते हैं ?
उत्तर-
कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm)-कोशिका के अन्दर पाया जाने वाला तरल द्रव्य कोशिकाद्रव्य (साइटोप्लाज्म) कहलाता है। यह एक चिपचिपा, रंगहीन, समांगी, तरल, कोलाइडी अर्द्ध-पारदर्शक पदार्थ है।

प्रश्न 11.
‘कोशिकांग’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
कोशिकांग (Cell Organelles) कोशिकाद्रव्य में कई अन्य जीवित संरचनाएँ पायी जाती हैं जो कोशिकांग कहलाती हैं।

प्रश्न 12.
‘केन्द्रक’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
केन्द्रक (Nucleus)- कोशिका के अन्दर पायी जाने वाली संरचना केन्द्रक’ कहलाती है।

प्रश्न 13.
‘अन्त:प्रद्रव्यी जालिका’ किसे कहते हैं?
उत्तर-
अन्त:प्रद्रव्यी जालिको (Endoplasmic Reticulum)- केन्द्रक से जुड़ी हुई लम्बी धागेनुमा असंख्य शाखाओं वाली झिल्लियों का जाल, अन्त:प्रद्रव्यी जालिका कहलाती है।

प्रश्न 14.
राइबोसोम किसे कहते हैं?
उत्तर-
राइबोसोम (Ribosomes)- अन्त:प्रद्रव्य जालिका की सतह पर पायी जाने वाली संरचना राइबोसोम कहलाती है।

प्रश्न 15.
‘हरित लवक’ किसे कहते हैं?
उत्तर-
हरित लवक (Chloroplast)- कोशिका के अन्दर पाये जाने वाला हरे रंग का कोशिकांग हरित लवक कहलाता है।

प्रश्न 16.
‘माइटोकॉण्डिया’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
माइटोकॉण्डुिया (Mitochondria)कोशिका में पाया जाने वाला वह कोशिकांग जो ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायक होता है, माइटोकॉण्ड्रिया कहलाता है।

प्रश्न 17.
कोशिका का ऊर्जा घर किसे कहते हैं?
उत्तर-
माइटोकॉण्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जा घर या पावर हाउस कहते हैं।

प्रश्न 18.
‘पक्ष्माभिका’ (सीलिया) किन्हें कहते हैं?
उत्तर-
पक्ष्माभिका (सीलिया) (Cilia)- जन्तु कोशिका की सतह पर पायी जाने वाली सूक्ष्म उभरी हुई। संरचना, पक्ष्माभिका (सीलिया) कहलाती है।

प्रश्न 19.
‘कशाभिका (फ्लेजिला)’ किन्हें कहते हैं?
उत्तर-
कशोभिका (Flagella)- “कोशिका की सतह पर पायी जाने वाली लम्बी, पतली तथा चाबुक के समान संरचना कशाभिका (फ्लेजिला) कहलाती है।”

प्रश्न 20.
कोशिका झिल्ली को बनाने वाले प्रोटीन का नाम बताइये।
उत्तर-
कोशिका झिल्ली को बनाने वाले प्रोटीन का नाम लिपोप्रोटीन है।

प्रश्न 21.
अवर्णी लवक क्या होते हैं ? .
उत्तर-
अवर्णी लवक (Leucoplasts)- भोज्य पदार्थों का संग्रह करने वाले रंगहीन लवक अवर्णी लवक कहलाते हैं।

प्रश्न 22.
अवर्णी लवक कहाँ पाये जाते हैं ?
उत्तर-
अवर्णी लवक पौधों के उस भाग में पाये जाते हैं जहाँ सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँचता।

प्रश्न 23.
अवर्णी लवक का क्या काम है ?
उत्तर-
अवर्णी लवक का कार्य-अवण लवक को कार्य मांड, तेल, वसा तथा प्रोटीन आदि भोज्य पदार्थों का संचय करना है।

प्रश्न 24.
हरित लवक कहाँ पाया जाता है ?
उत्तर-
हरित लवक पौधों के हरे भाग में पाया जाता है।

प्रश्न 25.
हरित लवक का रंग हरा क्यों होता है ?
उत्तर-
हरित लवक में हरे रंग का वर्णक पर्णहरिम या क्लोरोफिल होता है इस कारण इसका रंग हरा होता है।

प्रश्न 26.
क्लोरोप्लास्ट (हरित लवक) का प्रमुख कार्य बताइये।
उत्तर-
क्लोरोप्लास्ट का कार्य-क्लोरोप्लास्ट का प्रमुख कार्य प्रकाश संश्लेषण है।

प्रश्न 27.
वर्णी लवक किसे कहते हैं ?
उत्तर-
वर्णी लवक-पौधों में पाये जाने वाले रंग-बिरंगे (हरे रंग को छोड़कर) लवक वर्णी लवक कहलाते हैं।

प्रश्न 28.
वर्णी लवक पौधों के किन भागों में पाये जाते हैं ?
उत्तर-
वर्णी लवक पुष्पों, दलों एवं फलों में पाये जाते हैं।

प्रश्न 29.
वर्णी लवक का कार्य क्या है ?
उत्तर-
वर्णी लवक का कार्य पुष्पों, पत्रों एवं फलों को आकर्षक बनाना है।

प्रश्न 30.
गॉल्जी बॉडी, गॉल्जीकार्य या गॉल्जी उपकरण की खोज किसने की थी ?
उत्तर-
गॉल्जी बॉडी, गॉल्जीकाय या गॉल्जी उपकरण की खोज केमिलियो गॉल्जी ने की।

प्रश्न 31.
आत्महत्या करने वाली थैली या सुसाइड बैग्स किन्हें कहते हैं ?
उत्तर-
आत्महत्या करने वाली थैली या सुसाइड बैग्स लाइसोसोम्स को कहते हैं।

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े लघु उत्तरीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Long Question and Answer in Hindi

प्रश्न 1.
अन्तःप्रद्रव्यी जालिका के कार्य लिखिए।
उत्तर-
अन्त:प्रद्रव्यी जालिका के कार्य

  1. यह प्रोटीन संश्लेषण में सहायक होते हैं।
  2. यह कोशिका विभाजन के समय केन्द्रकीय झिल्ली के निर्माण में भाग लेता है।
  3. यह ग्लाइकोजन के उपापचय में सहायता करता है।
  4. यह केन्द्रक से विभिन्न आनुवंशिक पदार्थों को कोशिकाद्रव्य के विभिन्न अंगों तक पहुँचाता है।

प्रश्न 2.
गॉल्जीकाय या गॉल्जी उपकरण के कार्य लिखिए।
अथवा
गॉल्जी उपकरण के कोशिका में क्या कार्य हैं ?
उत्तर-
गॉल्जीकाय या गॉल्जी उपकरण के कार्य

  1. ये लाइसोसोम्स का निर्माण करते हैं।
  2. ये अनेक प्रकार के स्रावी पदार्थों का निर्माण करते हैं।
  3. ये स्रावण द्वारा कोशिका भित्ति का निर्माण करते हैं।
  4. ये अनेक कार्बोहाइड्रेट्स के दीर्घ अणुओं का संश्लेषण करते हैं।
  5. ये शुक्राणुजनन के समय शुक्राणु के ऊपरी भाग (एक्रोसोम) का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 3.
माइटोकॉण्ड्यिा के कार्य लिखिए।
उत्तर-
माइटोकॉण्डिया के कार्य
(1) ये भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण करके ऊर्जा मुक्त करते हैं तथा इस ऊर्जा को ATP के रूप में संचित करते हैं जो जैविक कार्यों में प्रयुक्त होती है।
(2) ये प्रोटीन का संश्लेषण भी करते हैं।
(3) ये अण्डों का योक तथा शुक्राणुओं के मध्यमान का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 4.
लाइसोसोम के कार्य लिखिए।
उत्तर-
लाइसोसोम के कार्य

  1. ये कोशिका में पाये जाने वाले प्रकीर्णो (Enzyme) का स्रावण एवं संग्रहण करते हैं।
  2. ये मृत या पुरानी कोशिकाओं का भक्षण करते हैं।
  3. ये कोशिका में प्रवेश करने वाले सूक्ष्म जीवों व कणों का पाचन करते हैं।
  4. ये भोजन की कमी के समय कोशिकाओं तथा कोशिकाद्रव्य में उपस्थित अवयवों का पाचन करते हैं।
  5. ये उपवास या रोग की स्थिति में शरीर को पोषण देते हैं।
  6. शुक्राणु इन्हीं के कारण अण्डाणु में प्रवेश करते हैं।
  7. इन्हें आत्महत्या करने वाली थैली (Suicide bags) कहते हैं।

प्रश्न 5.
तारककाय (सेण्ट्रोसोम) के कार्य लिखिए।
उत्तर-
तारककाय (सेण्ट्रोसोम) के कार्य

  1. ये जन्तु कोशिकाओं में कोशिका विभाजन के समय त रूप रेशों का निर्माण करते हैं।
  2. ये शुक्राणु में स्थित दो सेण्ट्रिओल में से कशाभ का अक्षीय तन्तु बनाते हैं।
  3. ये सेण्ट्रिओल पक्ष्मों व कशाभों के काइनेटोसोम या आधारकाय बनाते हैं।

प्रश्न 6.
सूक्ष्मकाओं के कार्य लिखिए।
उत्तर-
सूक्ष्मकाओं के कार्य

  1. ये कोशिकाओं के कंकाल का निर्माण करती हैं।
  2. ये कोशिका के आकार, विस्तार को नियमित करती हैं।
  3. ये कोशिकाओं की गति एवं गुणसूत्रों का नियन्त्रण करती हैं।
  4. ये कोशिकाद्रव्य चक्रण में सहायता करती हैं।

प्रश्न 7.
रिक्तिकाओं के कार्य लिखिए।
उत्तर-
रिक्तिकाओं के कार्य

  1. ये भोजन के पाचन, उत्सर्जन आदि क्रियाओं में सहायता करती हैं।
  2. ये कोशाओं में परासरण नियन्त्रण का कार्य करती हैं।
  3. ये भोज्य पदार्थों का संग्रहण करती हैं।
  4. टोनोप्लास्ट के अर्द्ध-पारगम्य होने के कारण, ये कोशा के अन्दर विभिन्न पदार्थों के संवहन का कार्य करती हैं।

प्रश्न 8.
माइटोकॉण्ड्रिया को सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर-
माइटोकॉण्ड्रिया का वर्णन-माइटोकॉण्डिया सभी यूकैरियोटिक कोशिकाओं के कोशिकाद्रव्य में पाया जाता है। यह दोहरो झिल्ली का बना होता है जिसमें एक तरल पदार्थ भरा रहता है। इसे बाह्य कक्ष कहते हैं। माइटोकॉण्डूिया की आन्तरिक झिल्ली के बीच की गुहा को आन्तरिक कक्ष कहते हैं। इसमें मैट्रिक्स (आधानी) भरा होता है। आन्तरिक झिल्ली अन्दर की ओर अंगुलियों जैसी संरचनाएँ बनाती है जिन्हें क्रिस्टी कहते हैं। क्रिस्टी की सतह पर ऑक्सीसोम (F कण) नामक संरचनाएँ पाई जाती हैं। मैट्रिक्स में लिपिड्स, प्रोटीन, प्रकीण्व, कुण्डलित दोहरे स्टेण्ड वाले DNA एवं RNA तथा राइबोसोम पाये जाते हैं।

प्रश्न 9.
कोशिका झिल्ली के प्रमुख कार्य लिखिए।
उत्तर-
कोशिका झिल्ली के प्रमुख कार्य

  1. यह कोशिका को एक आकार प्रदान करती है।
  2. यह कोशिका के जीवित अंगों की सुरक्षा के लिए एक आवरण प्रदान करने का कार्य भी करती है।
  3. इसका मुख्य कार्य कोशिका के अन्दर और उसके बाहरी माध्यमों के बीच आणविक आदान-प्रदान को नियन्त्रित करना है।

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े दीर्घ उत्तरीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Long Question and Answer in Hindi

प्रश्न 1.
एक जन्तु कोशिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
जन्तु कोशिका का वर्णन – जन्तु कोशिका में अग्रलिखित भाग होते हैं

  1. कोशिका कला (झिल्ली) यह तीन परतों की बनी होती है– बीच की परत लिपिड की तथा शेष दो प्रोटीन की। यह अर्द्ध-पारगम्य झिल्ली होती है।
  2. अन्तःप्रद्रव्यी जालिका झिल्लियों से बना नलिकाकार तन्त्र जो बाहर कोशिका कला से तथा अन्दर केन्द्रक कला से जुड़ा हुआ है। इस तन्त्र की सतह पर राइबोसोम पाये जाते हैं।
  3. राइबोसोम प्रोटीन एवं राइबोन्यूक्लिक अम्ल से बनी कणिकामय संरचनाएँ।
  4. लाइसोसोम एकल झिल्ली से घिरी गोल संरचनाएँ जिनमें हाइड्रोजन एन्जाइम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
  5. सेण्ट्रोसोम केन्द्रक के निकट पाई जाने वाली संरचना जिसके खोखले भाग में तीन-तीन सूक्ष्म नलिकाओं के 9 समूह होते हैं।
  6. माइटोकॉण्डूिया दो झिल्लियों से घिरी गोल अथवा चपटी संरचना जिसकी बाहरी झिल्ली चिकनी तथा भीतरी झिल्ली माइटोकॉण्डूिया की गुहिका में फँसी होती है जिसमें क्रिस्टी नामक अंग्रलासर प्रवर्ध निकले रहते हैं। यह कोशिका का ऊर्जा घर (Power house) होती है।
  7. गॉल्जी बॉडी सिस्टर्नी नलिकाओं तथा गुहिकाओं से मिलकर बनी अर्द्धचन्द्राकार रचनाएँ हैं। यह सिस्टर्नी जाल के रूप में होती है।
  8. केन्द्रक यह दोहरी केन्द्रक कला से घिरा हुआ गोल अथवा चपटे आकार का सबसे बड़ा कोशिकांग है। केन्द्रक में उपस्थित कणिकामय द्रव्य केन्द्रकद्रव्य कहलाता है। इसमें क्रोमेटिन तन्तुओं का जाल-सा बिछा रहता है।

प्रश्न 2.
वनस्पति कोशिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
वनस्पति कोशिका का वर्णन-वनस्पति कोशिका की संरचना भी जन्तु कोशिका की तरह होती। है। लेकिन इसमें तारक काय (सेण्ट्रोसोम) नहीं पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें जन्तु कोशा के अतिरिक्त निम्नलिखित भाग और पाये जाते हैं

  1. कोशिका भित्ति सेल्यूलोज का बना कोशिका का आवरण होता है।
  2. लवक वनस्पति कोशा में तीन प्रकार के लवक पाये जाते हैं-(1) अवर्णी लवक, (2) हरित लवक तथा (3) वर्णी लवक। हरित लवक के कारण ही पौधों के विभिन्न भाग हरे दिखाई देते हैं।
  3. रसधानी – कोशिका के मध्य में विस्तृत रसधानी उपस्थित होती है।

प्रश्न 3.
समसूत्री विभाजन की कितनी प्रावस्थाएँ होती हैं ? उनके नाम लिखिए।
उत्तर-
समरूपी विभाजन की प्रावस्थाएँ – समसूत्री विजन की निम्नलिखित पाँच प्रावस्थाएँ होती हैं।

  1.  विश्रामावस्था (Resting Period) अथवा अन्तरालावस्था या इण्टरफेज (Interphase)
  2. पूर्वावस्था या प्रोफेज (Prophase)
  3. मध्यावस्था या मेटाफेज (Metaphase)
  4. आश्वावस्था या एनाफेज (Anaphase)
  5. अत्यावस्था या टीलोफेज (Telophase)

जीवन की मौलिक इकाई क्या है इससे जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न और उनके उत्तर

Fundamental Unit Of Life Objective Question and Answer in Hindi

  1. लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण होता है
    (a) फेफड़ों में
    (b) हृदय में
    (c) अस्थिमज्जा में
    (d) गुर्दो में।
  2. कोशिका का ऊर्जागृह कहलाता है-
    (a) लाइसोसोम
    (b) माइटाकण्डूया
    (c) गाजीबॉडी नीलॉटी
    (d) केन्द्रक।
  3. राइबोसोम संश्लेषण करता है
    (a) प्रोटीन का
    (b) RNA का
    (c) DNA का
    (d) इन सभी का
  4. पौधों में हरा रंग निम्न के कारण होता है
    (a) वर्णी लवक
    (b) अवर्णी लवक
    (c) हरित लवक
    (d) ये सभी।
  5. मानव शरीर में सबसे बड़ी कोशिका है
    (a) नर्व सेल
    (b) मसल सेल
    (c) लिवर सेल
    (d) किडनी सेल
  6. जन्तु कोशिका में प्रोटोप्लाज्म तथा अन्य वातावरण के बीच रोधिका है
    (a) सेल वाल
    (b) न्यूक्लियर मेम्ब्रेन
    (c) टोनोप्लास्ट
    (d) प्लाज्मा मेम्ब्रेन
  7. शब्द सेल’ देने वाले थे
    (a) ल्यूवेन हुक
    (b) रॉबर्ट हुक
    (c) फ्लेमिंग।
    (d) रॉबर्ट ब्राउन
  8. कोशिका सिद्धान्त प्रस्तावित करने वाले थे
    (a) श्लीडेन तथा श्वान
    (b) वाट्सन तथा क्रिक
    (c) डार्विन तथा वैलेस
    (d) मेण्डेल तथा मॉर्गन
  9. निम्नलिखित की अनुपस्थिति के कारण पादप कोशिका जंतु कोशिका से भिन्न होती है
    (a) एण्डोप्लाज्मिक रेटिकुलम
    (b) माइटोकॉण्ड्रिया
    (c) राइबोसोम
    (d) सेण्ट्रियोल
  10. सेन्ट्रोसोम निम्नलिखित में पाया जाता है
    (a) साइटोप्लाज्मा
    (b) न्यूक्लियस
    (c) कोमोसोम
    (d) न्यूक्लियोलस
  11. कोशिका का बिजलीघर है
    (a) क्लोरोप्लास्ट
    (b) माइटोकॉण्डिॉन
    (c) गॉल्जी अपरेटस
    (d) न्यूक्लियोलस
  12. कोशिका के भीतर श्वसन (ऑक्सीकरण) का स्थान है
    (a) राइबोसोम
    (b) गॉल्जी अपरेटस
    (c) माइटोकॉण्डुऑन
    (d) एण्डोप्लाज्मिक रेटिकुलम
  13. पाचक थैला कहलाता है
    (a) सेण्ट्रोसोम
    (b) लाइसोसोम
    (c) मेसोसोम
    (d) क्रोमोसोम
  14. राइबोसोम निम्नलिखित के केन्द्र हैं
    (a) रेस्पिरेशन
    (b) फोटोसिथेसिस
    (c) प्रोटीन सिन्थेसिस
    (d) फैट सिन्थेसिप
  15. द्विक झिल्ली निम्नलिखित में अनुपस्थित होती है
    (a) माइटोकॉण्डुऑन
    (b) क्लोरोप्लास्ट
    (c) न्यूक्लियस
    (d) लाइसोसोम
  16. केवल पादपों में पाये जाने वाला कोशिकांगक है
    (a) गॉल्जी अपरेटस
    (b) माइटोकॉण्डिया
    (c) प्लास्टिड
    (d) राइबोसोम
  17. केन्द्रक तथा कला परिबद्ध कोशिकांगक रहित जीव हैं
    (a) डिप्लॉयड्स
    (b) प्रोकैरियोट्स
    (c) हैप्लॉयड्स
    (d) यूकैरियोट
  18. जंतु कोशिका निम्नलिखित के द्वारा सीमित होती है
    (a) प्लाज्मा मेम्ब्रेन
    (b) सेल मेम्ब्रेन
    (c) सेल वाल।
    (d) बेसमेन्ट मेम्ब्रेन
  19. एण्डोप्लाज्पिक रेटिकुलम का जाल निम्नलिखित में उपस्थित होता है
    (a) न्यूक्लियस
    (b) न्यूक्लिमेलस
    (c) साइटोप्लाज्म
    (d) क्रोमोसोम्स
  20. लाइसोसोम निम्नलिखित के आशय (reservoirs) हैं
    (a) फैट
    (b) RNA
    (c) सिक्रीटरी ग्लाइकोप्रोटीन्स
    (d) हाइड्रोलिटिक एन्जाइम्स
  21. पादप कोशिका की रसधानी को घेरनेवाली झिल्ली कहलाते हैं
    (a) टोनोप्लास्ट
    (b) प्लाज्मा मेम्ब्रेन
    (c) न्यूक्लियर मेम्ब्रेन
    (d) सेले वाल
  22. कोशिका स्रवण निम्नलिखित के द्वारा किया जाता है
    (a) प्लास्टिड्स
    (b) एण्डोप्लाज्मिक रेटिकुलम
    (c) गॉल्नो अपरेटस
    (d) न्यूक्लियोलस
  23. सेण्ट्रियोल निम्नलिखित से सम्बद्ध है
    (a) DNA सिन्थेसिस
    (b) शिरोडक्शन
    (c) स्पिण्डिल निर्माण
    (d) रेस्पिरेशन
  24. जंतु कोशिका और पादप कोशिका के बीच प्रमुख अंतर है
    (a) न्यूट्रिशन
    (b) ग्रोथ
    (c) पूवमेन्ट
    (d) रेस्पिरेशन
  25. केन्द्रक रहित जंतु कोशिका में निम्नलिखित का भी अभाव होता है
    (a) क्रोणेम
    (b) राइबोसोम
    (c) लाइसोसोम
    (d) एन्डोप्लामिक रेटिकुलम
  26. प्लाज्मोलिसिस निम्नलिखित के कारण होती है
    (a) ऐब्जॉर्पशन
    (b) एण्डॉस्मोसिस
    (c) ऑस्मोसिस
    (d) एक्सॉस्मोसिस
  27. पादप कोशिका निम्नलिखित के कारण फूल जाती है
    (a) प्लाज्मोलिसिस
    (b) एक्सॉस्मोसिस
    (c) एण्डॉस्मोरिस
    (d) इलेक्ट्रोलिसिस
  28. बाह्य विलयन में, निलेय सान्द्रण उच्चतर होने पर कहलाता है।
    (a) हाइपोटॉनिल
    (b) आइसटॉनिक
    (c) हाइपरटॉनिक
    (d) इनमें से कोई नहीं
  29. हाइपोटॉनिक विलयन में रखी कोशिका
    (a) सिकुड़ जाये।
    (b) प्लाज्मोलिसिस प्रदर्शित कोगी।
    (c) फूल जायेगी
    (d) आकृति अथवा कार अपरिवर्तित रहे।
  30. सूर्यप्रकाश की विकिरण ऊर्जा, रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होकर निम्नलिखित के रूप में संगृहीत होती है
    (a) AMP
    (b) ADP
    (c) ATP
    (d) APP

उत्तरमाला

  1. (d)
  2. (d)
  3. (a)
  4. (b)
  5. (a)
  6. (d)
  7. (b)
  8. (a)
  9. (d)
  10. (a)
  11. (b)
  12. (c)
  13. (b)
  14. (c)
  15. (d)
  16. (c)
  17. (b)
  18. (a)
  19. (c)
  20. (d)
  21. (a)
  22. (c)
  23. (c)
  24. (a)
  25. (a)
  26. (d)
  27. (c)
  28. (c)
  29. (c)
  30. (c)
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